लड़की के पिता बोले...
थाने में ही बिलख पड़ा लड़की का पिता
20 अगस्त को कोर्ट में पेश होने के निर्देश
देवेंद्र दांगी।
रोहतक, 5 अगस्त 2010।
बेटी, तुमने ठीक नहीं किया। एक बार हमें बताकर तो देखती, क्या मालूम हम लोग खुशी-खुशी ही तुम दोनों की शादी करा देते। तुमने हमें कहीं खड़े होने लायक भी नहीं छोड़ा। आज के बाद हमारे लिए तुम मर गई और तुम्हारे लिए हम...।
प्रेम विवाह रचाने वाली सीमा के पिता राजङ्क्षसह यह कहते-कहते थाने में पुलिस वालों के सामने ही रो पड़े। पुलिस वालों ने किसी तरह उनको चुप कराया। इंटर कास्ट लव मैरिज के बाद नव दम्पति ने कोर्ट में पेश होकर लड़की के परिजनों से अपनी जान का खतरा बताया था। जिस पर कोर्ट ने सीमा की मां, पिता एवं कुछ करीबी लोगों के नाम सम्मन जारी किए थे। इनकी तामील करते हुए पुलिस ने लड़की के परिजनों को आज थाने में बुलाया था। पिता राजसिंह अपने कुछ करीबी लोगों को लेकर शिवाजी कालोनी पुलिस स्टेशन पहुंचा था। वहां पर सीमा एवं सतीश से उसका सामना हुआ तो राजसिंह अधिक देर तक अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाया।
औलाद द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद एक पिता की बेबसी यहां साफ-साफ झलकी। राजसिंह ने आते ही सबसे पहले बेटी सीमा से पूछा कि वह खुश तो है ना। इसके बाद उसने वे शब्द कहे जिसका जिक्र हम खबर में ऊपर कर चुके हैं। राजङ्क्षसह भावनाओं पर काबू नहीं रख पाया और उसकी आंखों से आसूं छलक पड़े। साथ आए लोगों एवं पुलिस वालों ने उसे समझाबुझा कर चुप कराया। राजसिंह ने कहा कि लड़की ने ठीक नहीं किया। उसने बेटी द्वारा उठाए इस कदम को गलत मानते हुए साफ कहा कि सीमा बेटी तुमने हमें कहीं का नहीं छोड़ा। एक बार अपनी बहनों और हमारे बारे में सोचकर तो देखती, अब समाज के सामने कैसे खड़ा रह पाउंगा...। आज के बाद हमारा तुमसे कोई वास्ता नहीं और तुम भी भूल जाना कि तुम्हारे मां-बाप या भाई-बहन भी हैं। हमारे घर में तुम्हारे लिए अब कोई जगह नहीं है। तुमने अपने आप ही अपना सब-कुछ खत्म कर लिया है। भविष्य में हमसे किसी तरह की भी उम्मीद मत रखना।
इस दौरान राजसिंह के साथ आए एक व्यक्ति, जिसके नाम पर सम्मन जारी हुए हैं, की सीमा के पति सतीश के साथ हलकी-फुल्की बहस भी हो गई। उसका कहना था कि उन्होंने उसका नाम किस बिनाह पर लिखवाया है जबकि उसका उनके मामले से कोई लेना-देना ही नहीं रहा। खैर जैसे-तैसे पुलिस वालों ने उनको समझाया और कोर्ट के आदेश उन सभी को दिखाते हुए आगामी 20 अगस्त को कोर्ट में पेश होने को कहा। इसके बाद राजसिंह एवं उसके साथ आए करीबी लोग थाने से चले गए। उनके जाने के करीब आधे घंटे बाद नवदम्पति को सुरक्षा उपलब्ध कराते हुए पुलिस वाले उनको न्यू राजेंद्र कालोनी के लिए लेकर थाने से रूख्सत हो गए।
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