ब्राह्मण युवक ने किया पड़ौसी दलित लड़की से प्रेम विवाह
अदालत के आदेश पर नवदम्पति को मिली पुलिस सुरक्षा
देवेंद्र दांगी।
रोहतक, 5 अगस्त 2010।
समाज के तथाकथित ठेकेदारों एवं खाप पंचायतों द्वारा प्रेम के आगे खींची गई लकीर को लांघते हुए एक और प्रेमी जोड़े ने इस बात को साबित कर दिखाया है कि 21वीं सदी का युवा अपने प्यार को पाने के लिए किसी से भी टकराने की ठान चुका है। सीएम सिटी में रहने वाले एक युवक ने अपनी प्रेमिका संग घर से भागकर दिल्ली के आर्य समाज मंदिर में ब्याह रचाया है। ब्याह रचाने के बाद आज वे दोनों पति-पत्नी के रूप में थाने पहुंचे और पुलिस सुरक्षा की डिमांड की। पुलिस ने भी कोर्ट की हिदायतों को देखते हुए अविलंब नवविवाहित जोड़े की सुरक्षा का बंदोबस्त कर दिया। पुलिस की सुरक्षा मिलने से इंटर कास्ट लव मैरिज करने वाला प्रेमी युगल खुश है।
शहर की न्यू राजेंद्रा कालोनी में रहने वाले सतीश शर्मा ने समाज के बनाए नियम-कायदों की परवाह न करते हुए अपने पड़ौस में रहने वाले एक दलित परिवार की बेटी के साथ प्रेम विवाह रचाया है। शादी करके वे दोनों अपने रिश्ते को पति-पत्नी का नाम देकर काफी खुश हैं। हालांकि, उनको अपनी सुरक्षा की चिंता थी लेकिन, कोर्ट के माध्यम से वीरवार को हासिल हुई पुलिस सुरक्षा ने यह चिंता फिलहाल खत्म कर दी है। बातचीत में नवदम्पति ने कहा कि वे दोनों अपने फैसले पर अडिग़ रहेंगे। भविष्य में चाहे कैसी भी परिस्थितियां और चुनौतियां आएं, वे दोनों जीवन भर एक-दूजे का साथ नहीं छोड़ेंगे। सतीश शर्मा ने बताया कि पड़ौस में रहने वाली सीमा को पहली नजर देखते ही उसे प्यार हो गया था। हालांकि, समाज के बंधन थे मगर, उसने एक दिन हिम्मत करके सीमा को अपनी भावनाओं से अवगत करा ही दिया। चूंकि, सीमा भी उसकी तरफ आकर्षित थी लिहाजा दोनों ने एक-दूजे का होना तय कर लिया। परिवार वालों से लुक-छिप कर होने वाली मुलाकातों ने उनके प्यार को और भी मजबूत करने का काम किया।
सतीश, हालांकि महज दसवीं क्लास तक पढ़ा है मगर, ग्रैजुएशन कंपलीट कर फिलहाल एम.ए. में एडमिशन की तैयारियां कर रही सीमा को कोई गिला नहीं कि उसका पति उससे कम पढ़ा-लिखा है। सतीश कहता है कि घर से भागकर आर्य समाज मंदिर में शादी रचाने का फैसला उन दोनों का था क्योंकि वे जानते थे कि यदि इस बारे घरवालों को बताया तो वे हरगिज भी उन दोनों के रिश्ते को मंजिल हासिल नहीं होने देंगे। इसीलिए उन दोनों ने घर से भागकर शादी करना तय किया। गत 26 जुलाई को वे दोनों अपने घरवालों को बिना बताए यहां से निकल गए। एक-दूजे का हाथ थामकर वे दोनों सीधे दिल्ली के आर्य समाज मंदिर में पहुंचे और ब्याह रचा लिया। इस बात में सतीश ने अपने कुछ करीबी दोस्तों को जरूर राजदार बनाया ताकि कहीं पर दिक्कत पेश आए तो उन दोनों को मित्र मंडली का साथ मिलने में कोई दिक्कत न हो।
इधर, लड़की के पिता राजसिंह ने अपनी बेटी सीमा और पड़ौसी युवक सतीश के लापता होने पर पुलिस की शरण ली और संबंधित पुलिस चौकी न्यू अनाज मंडी में सतीश के खिलाफ शिकायत दी। पुलिस इस शिकायत पर कोई एफ.आई.आर. दर्ज करती इससे पहले ही सतीश व सीमा ने अपने अधिवक्ता संजय अहलावत के मार्फत अपनी शादी से संबंधित फोटो एवं सर्टिफिकेट्स पुलिस के पास प्रेषित करते हुए बताया कि वे दोनों बालिग हैं और अपनी मर्जी से कानूनी अधिकार रखते हुए उन्होंने शादी कर ली है लिहाजा सतीश के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं बनती। इसके बाद 4 अगस्त को दोनों रोहतक आए और अधिवक्ता के माध्यम से न्यायाधीश के सामने पेश होकर सुरक्षा की मांग रखी। अदालत ने जिला पुलिस को उन दोनों की सुरक्षा की व्यवस्था करने के आदेश देते हुए मामले में लड़की के परिजनों को अपना पक्ष रखने के लिए 20 अगस्त की तिथि मुकर्रर कर दी है।
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