- फिरौती की रकम न मिलने पर क्रू मैंम्बर्स को मारने की धमकी
देवेंद्र दांगी।
रोहतक, 19 अगस्त। कुख्यात सोमालियाई लुटेरों ने अगुवा किए गए मिश्र के समुद्री जहाज के क्रू मैम्बर्स की सुरक्षित रिहाई की लिए 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। अगर, इस समयावधि में उनकी मांग के अनुरूप फिरौती की रकम उन्हें नहीं मिली तो वे कू्र मैम्बर्स को एक-एक कर मौत के घाट उतारना शुरू कर देंगे। लुटेरों ने मिश्र वासी चार क्रू मैम्बर्स को उनके बाकी सहयोगियों से अलग भी कर दिया है। इस हालिया घटनाक्रम के बाद रोहतक में रहने वाले गुलिया परिवार की जान पर बन आई है। उनकी आंखों से नींद उड़ चुकी है और चैन हराम हो गया है। हर पल उनको अपने उस लाड़ले की चिंता खाए जा रही है जो लुटेरों द्वारा अगुवा किए गए समुद्री जहाज पर कू्र मैम्बर है।
सेना में रहकर बरसों तब भारत मां की सरहदों की रक्षा करने वाले राजेंद्र सिंह गुलिया कहते हैं कि वे अपने जीवन में कभी भी दुश्मनों से नहीं घबराए मगर इकलौता बेटा रवींद्र सोमालियाई लुटेरों के कब्जे में है और वे लोग उससे इतनी दूर हैं कि चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे। रवींद्र की मां अंगूरी देवी को जब से मालूम हुआ है कि उसके जिगर का टुकड़ा अपहरणकत्र्ताओं के चंगुल में फंसा है, उसका बुरा हाल है। आंखों की नमी इस हकीकत को साफ-साफ ब्यान कर रही है कि एक मां के दिलो-दिमाग में इस वक्त क्या उथल-पुथल चल रही है। हर पल वह भगवान से प्रार्थना करती रहती है और अपने बेटे की सलामती के लिए दुआ कर रही है।
पंजाब केसरी से बातचीत करते हुए अपहृत रवींद्र की पत्नी सम्पा ने बताया कि उसकी आखिरी बार अपने पति से कल दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर बातचीत हुई थी। यह बातचीत मुश्किल से एक मिनट भी नहीं चल पाई और फोन डिसक्रैक्ट हो गया। इस संक्षिप्त बातचीत में रवींद्र अपनी पत्नी को महज इतना ही बता पाया कि लुटेरे सभी क्रू मैम्बर्स को बुरी तरह पीटते हैं। उनको डंडे एवं पिस्टल के बट मारे जाते हैं। खाना भी केवल इतना ही दिया जा रहा है, जिसे खाकर इनसान बस किसी तरह जिंदा ही रह सकता है।
समुद्री लुटेरों ने उन चार कू्र मैम्बर्स को बाकी से अलग कर दिया है जो मिश्र देश के रहने वाले हैं। लुटेरों ने फिरौती के लिए कंपनी को 72 घंटे का टाइम दिया है और कहा है कि इसके बाद वे एक-एक कर क्रू मैम्बर्स को कत्ल करना शुरू कर देंगे। रवींद्र के इतना कहने के बाद दूसरी तरफ से फोट कट गया। सम्पा ने बताया कि यह कॉल स्टेलाइट फोन से आई थी और रवींद्र की बातचीत से ऐसा लगा जैसे वह छिपकर बात कर रहा हो। इतना कहते-कहते सम्पा की आंखें भर आई और अपने अढ़ाई वर्षीय बेटे युगांत को सीने से लगाकर वह मकान में अंदर चली गई। बता दें कि मिश्र की रेड सी नैवीगेशन कंपनी का जहाज 1 अगस्त को पाकिस्तान से सामान लेकर साउथ अफ्रीका के लिए रवाना हुआ था और उसे बीच रास्ते सोमालियाई समुद्री लुटेरों ने अगुवा कर लिया है। इस जहाज पर कू्र मैम्बर्स की टीम में 6 भारतीयों के अलावा 4 पाकिस्तानी और 1 श्रीलंकाई के अलावा बाकी मिश्र के नागरिक हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें