शनिवार, जून 05, 2010

देर से ही सही केंद्र सरकार की नींद तो टूटी

- इंडियन मुजाहिदीन आतंकी संगठन घोषित
देवेंद्र दांगी
रोहतक, 5 जून 2010
देर से ही सही आखिरकार केंद्र सरकार की नींद तो टूटी। हिन्दुस्तान का दिल यानी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत मुंबई, बेंगलूर और पुणे के अलावा कई प्रमुख शहरों में बमों के धमाके कर 500 से ज्यादा लोगों की जान लेने वाले इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) को आखिरकार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकी संगठन घोषित कर दिया है। केंद्र के इस फरमान के साथ ही इस आतंकी संगठन से परोक्ष रूप से जुड़े या इसकी किसी भी सूरत में मददगारों पर कानूनी कार्रवाई की जा सकेगी।इंडियन मुजाहिदीन, यानी वह नाम जिसने पिछले कुछ सालों के दरम्यान खून की ऐसी होली खेलीं हैं कि देखने व सुनने वाले किसी भी पत्थर दिल इनसान की रूह कांप जाए।
यही वह आतंकी संगठन है जिसने देश में सबसे ज्यादा तबाही मचाने का काम किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम कानून (यूएपीए),1967 के तहत आदेश जारी कर आईएम को भी आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल किया है। कहने में कोई दो राय नहीं कि मंत्रालय के इस कदम के साथ ही आईएम भी जैश-ए-मुहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों की सूची में शामिल हो गया है।
गृह मंत्रालय से जुड़े एक सीनियर ऑफिसर कहते हैं कि इंडियन मुजाहिदीन करीब 5 साल से देश में तबाही मचाने में जुटा था मगर आतंकवादी संगठनों की सूची में इसको शामिल करने से पहले इसके खिलाफ ठोस साक्ष्य जुटाना भी नितांत आवश्यक था। अभी भी एक माह में तमाम साक्ष्यों को दिल्ली हाईकोर्ट के जज की अध्यक्षता वाले प्राधिकरण में पेश करना होगा, जहां इस बात की समीक्षा की जाएगी कि इंडियन मुजाहिदीन के खिलाफ पेश किए सबूत काफी हैं या नहीं।
काबिल-ए-जिक्र है कि हिन्दुस्तान के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में लिप्त कुल 35 संगठन अभी तक इस सूची में शामिल किए जा चुके हैं। टी-20 से ठीक पहले आईपीएल मुकाबलों के दौरान भी बेंगलूर में स्टेडियम के बाहर हुए धमाकों के पीछे इंडियन मुजाहिदीन का ही हाथ होने की शंका जताई गईं थीं। बताते चलें कि स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट आफ इंडिया (सिमी) से अलग होकर एक गुट के कुछ आतंकियों ने यह संगठन खड़ा किया था।
सिर्फ नाम ही नया नहीं था बल्कि इरादे और कार्यशैली भी बिलकुल नई थी। इसी के दम पर इंडियन मुजाहिदीन ने थोड़े समय में ही अनेक बड़ी आतंकी वारदातों को अंजाम दिया। कहा जाता है कि अमन व शांति की राह पर चलने वाले बापू के देश का यह दुश्मन संगठन सीधे तौर पर पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान के कुख्यात आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के निर्देश और मदद से चलता है।

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